2025 का पहला सूर्य ग्रहण खगोलशास्त्र प्रेमियों और धार्मिक मान्यताओं के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना होगी। यह ग्रहण दुनिया के कई हिस्सों में दिखाई देगा, और भारत में भी इसे आंशिक रूप से देखा जा सकेगा।
इस लेख में, हम आपको बताएंगे सूर्य ग्रहण 2025 की तारीख, समय, भारत में यह कहां दिखाई देगा, सूतक काल की मान्यता, धार्मिक और वैज्ञानिक प्रभाव।
सूर्य ग्रहण 2025 की तारीख और समय
सूर्य ग्रहण 2025 की सटीक तारीख और समय निम्नलिखित हैं:
- तारीख: 29 मार्च 2025 (शनिवार)
- ग्रहण शुरू होने का समय: प्रातः 10:30 बजे (भारतीय समयानुसार)
- ग्रहण चरम पर: दोपहर 12:15 बजे
- ग्रहण समाप्त होने का समय: दोपहर 2:00 बजे
📌 नोट: यह समय अलग-अलग स्थानों पर कुछ मिनटों के अंतर के साथ भिन्न हो सकता है।
भारत में सूर्य ग्रहण 2025 कहां-कहां दिखाई देगा?
भारत में यह सूर्य ग्रहण आंशिक रूप से देखा जा सकेगा। नीचे कुछ प्रमुख शहरों में सूर्य ग्रहण दिखने की स्थिति दी गई है:
शहर | ग्रहण दिखाई देगा? |
---|---|
दिल्ली | आंशिक |
मुंबई | आंशिक |
कोलकाता | आंशिक |
चेन्नई | आंशिक |
बेंगलुरु | आंशिक |
पटना | आंशिक |
जयपुर | आंशिक |
अहमदाबाद | आंशिक |
हालांकि, पूर्ण सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse) भारत में दिखाई नहीं देगा। यह केवल उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड और आइसलैंड में पूर्ण रूप से देखा जा सकेगा।
क्या भारत में सूतक काल लागू होगा?
हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण के दौरान सूतक काल का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के 9 घंटे पहले से सूतक काल शुरू हो जाता है। लेकिन चूंकि यह भारत में केवल आंशिक रूप से दिखाई देगा, इसलिए यहाँ सूतक काल लागू नहीं होगा।
सूतक काल के दौरान क्या करें और क्या न करें?
✅ क्या करें:
- मंत्र जाप और ध्यान करें।
- मंदिरों में दर्शन और पूजा करने से बचें।
- ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करें।
❌ क्या न करें:
- भोजन पकाना और खाना वर्जित माना जाता है।
- गर्भवती महिलाओं को ग्रहण देखने से मना किया जाता है।
- देवताओं की मूर्तियों को न छुएं।
📌 नोट: चूंकि भारत में यह आंशिक ग्रहण होगा, इसलिए इन नियमों को मानना व्यक्तिगत आस्था पर निर्भर करता है।
सूर्य ग्रहण क्यों होता है? (वैज्ञानिक दृष्टिकोण)
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, जिससे सूर्य का कुछ या पूरा भाग ढक जाता है। यह तीन प्रकार का हो सकता है:
- पूर्ण सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse): जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह ढक लेता है।
- आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse): जब चंद्रमा सूर्य का केवल कुछ भाग ढकता है।
- वलयाकार सूर्य ग्रहण (Annular Solar Eclipse): जब चंद्रमा सूर्य के केंद्र को ढक लेता है लेकिन किनारे चमकते रहते हैं। इसे ‘रिंग ऑफ फायर’ भी कहा जाता है।
सूर्य ग्रहण को देखने के लिए सावधानियां
सूर्य ग्रहण को बिना सुरक्षा उपकरणों के न देखें। आँखों को सुरक्षित रखने के लिए निम्नलिखित उपाय करें:
✅ सुरक्षित तरीके:
- सोलर व्यूइंग ग्लासेस (ISO प्रमाणित)
- पिनहोल प्रोजेक्शन मेथड
- टेलीस्कोप और बिनोक्युलर का सही फिल्टर के साथ उपयोग करें।
❌ क्या न करें:
- नंगी आँखों से ग्रहण न देखें।
- साधारण धूप के चश्मे का उपयोग न करें।
- एक्स-रे फिल्म या स्मोक्ड ग्लास का उपयोग न करें।
भारत में सूर्य ग्रहण से जुड़ी धार्मिक मान्यताएँ
भारतीय संस्कृति में सूर्य ग्रहण को एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है। इसके प्रभाव को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जाते हैं:
- ग्रहण के समय मंत्र जाप करें (विशेष रूप से महामृत्युंजय मंत्र और सूर्य मंत्र)।
- ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करें और पवित्र नदी में स्नान करने की परंपरा भी है।
- ग्रहण के बाद घर में गंगाजल का छिड़काव करें।
- दान-पुण्य करें, विशेष रूप से अनाज, कपड़े और जरूरतमंदों की सहायता करें।
क्या सूर्य ग्रहण का असर राशियों पर पड़ेगा?
ज्योतिष के अनुसार, सूर्य ग्रहण का प्रभाव सभी 12 राशियों पर अलग-अलग पड़ता है। कुछ राशियों के लिए यह शुभ माना जाता है, जबकि कुछ राशियों के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
📌 राशियों पर प्रभाव (संक्षेप में):
- मेष, सिंह, वृश्चिक: सफलता के नए अवसर मिल सकते हैं।
- मिथुन, कन्या, मकर: सावधानी बरतने की जरूरत है, निर्णय सोच-समझकर लें।
- वृषभ, तुला, कुंभ: स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।
- कर्क, धनु, मीन: यह समय आत्मनिरीक्षण और नई योजनाओं पर काम करने का है।
निष्कर्ष
सूर्य ग्रहण 2025 एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है जिसे वैज्ञानिक और धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाता है।
- भारत में यह आंशिक रूप से दिखाई देगा, इसलिए सूतक काल लागू नहीं होगा।
- सूर्य ग्रहण को नंगी आँखों से देखने से बचें और सुरक्षा के सभी उपाय अपनाएँ।
- धार्मिक दृष्टि से दान-पुण्य, स्नान और मंत्र जाप को शुभ माना जाता है।
- ज्योतिष के अनुसार, कुछ राशियों के लिए यह शुभ रहेगा, जबकि कुछ को सावधान रहने की आवश्यकता है।
क्या आप इस सूर्य ग्रहण को देखने के लिए उत्साहित हैं? हमें कमेंट में बताएं! 🌞🌑

मेरा नाम ध्यानचंद महतो है, और मैं bestofkhabar.com का फाउंडर और कंटेंट क्रिएटर हूं। मैं हर दिन नई और विश्वसनीय खबरों पर आधारित लेख लिखता हूं। मेरा मकसद है कि मैं लोगों तक सही और भरोसेमंद जानकारी पहुंचा सकूं।