आईपीएल 2025 के मुकाबले हर दिन रोमांच और हैरानी से भरे होते हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और गुजरात टाइटन्स (GT) के बीच खेले गए मुकाबले में। इस मैच में एक खास रणनीतिक फैसला चर्चा में आ गया – SRH ने ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर को बैटिंग ऑर्डर में ऊपर, नंबर 4 पर भेजा। यह फैसला दर्शकों, क्रिकेट पंडितों और सोशल मीडिया पर क्रिकेट फैंस के बीच चर्चा का विषय बन गया।
लेकिन असली सवाल ये है – आखिर ये फैसला किसने लिया? क्या यह टीम मैनेजमेंट की रणनीति थी या कप्तान का तुरंत लिया गया निर्णय?
आइए इस ब्लॉग में हम इस घटनाक्रम की पूरी कहानी, इसकी पृष्ठभूमि, मैच का हाल, और मैच के बाद खुद टीम की तरफ से आए खुलासे को विस्तार से समझते हैं।
🏏 मैच का संक्षिप्त विवरण (SRH vs GT Match Summary)
तारीख: 5 अप्रैल 2025
स्थान: राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, हैदराबाद
टीमें: सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) vs गुजरात टाइटन्स (GT)
टॉस: SRH ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी चुनी।
SRH स्कोर: 157/8 (20 ओवर)
GT स्कोर: 160/6 (19.2 ओवर)
परिणाम: गुजरात टाइटन्स ने 4 विकेट से मैच जीत लिया।
📌 वॉशिंगटन सुंदर को नंबर 4 पर भेजना: चौंकाने वाला फैसला
SRH की पारी की शुरुआत हुई अभिषेक शर्मा और मयंक अग्रवाल से। जैसे ही SRH ने दूसरा विकेट जल्दी खोया, सभी को उम्मीद थी कि हेनरिक क्लासेन या राहुल त्रिपाठी बल्लेबाजी के लिए आएंगे।
लेकिन तभी बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करते हुए टीम ने भेजा – वॉशिंगटन सुंदर को नंबर 4 पर!
❓ फैंस के मन में उठे सवाल:
- क्या यह रणनीतिक फैसला था?
- क्या SRH टीम को अचानक किसी समस्या का सामना करना पड़ा?
- क्या सुंदर को प्रमोट करने का मतलब स्पिन को हैंडल करना था?
इस फैसले ने सबको चौंका दिया और सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं।
👨🏫 टीम मैनेजमेंट का उद्देश्य क्या था?
मैच के बाद जब कप्तान और कोच से इस फैसले के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इस फैसले के पीछे की रणनीति का खुलासा किया:
SRH के हेड कोच डेनियल विटोरी ने कहा:
“वॉशिंगटन सुंदर एक बेहतरीन ऑलराउंडर हैं। हमने GT के स्पिनरों को काउंटर करने के लिए उन्हें ऊपर भेजा था। हमें लगा कि वह पिच पर टिककर स्ट्राइक रोटेट कर सकते हैं और दूसरे एंड से बड़े हिटर्स को सपोर्ट कर सकते हैं।”
✅ रणनीति के पीछे की सोच:
- GT के स्पिनर राशिद खान और साई किशोर बीच के ओवरों में घातक होते हैं।
- वॉशिंगटन सुंदर की स्पिन खेलने की क्षमता अच्छी है।
- क्लासेन जैसे फिनिशर को नीचे रखने की प्लानिंग थी।
- सुंदर को एक्सपेरिमेंट के तौर पर प्रमोट किया गया।
📉 क्या फैसला सफल रहा? सुंदर का प्रदर्शन कैसा रहा?
बल्लेबाजी:
वॉशिंगटन सुंदर ने 17 गेंदों में 12 रन बनाए और राशिद खान की गेंद पर आउट हो गए।
विश्लेषण:
- सुंदर का स्ट्राइक रेट बेहद कम रहा।
- वह गेंद को टाइम नहीं कर पा रहे थे।
- उनके आउट होने से टीम का मिडिल ऑर्डर दबाव में आ गया।
नतीजा:
यह रणनीति पूरी तरह सफल नहीं हो सकी।
🗣️ मैच के बाद कप्तान का बयान
SRH कप्तान एडेन मार्करम ने भी इस फैसले पर बात करते हुए कहा:
“हम कुछ अलग ट्राय करना चाहते थे। IPL जैसे टूर्नामेंट में कभी-कभी आपको फ्लेक्सिबिलिटी दिखानी पड़ती है। हम जानते हैं कि वॉशिंगटन सुंदर अच्छी बैटिंग कर सकते हैं। लेकिन हां, इस बार बात नहीं बनी।”
⚖️ विश्लेषण: क्या यह रणनीति सही थी?
✔️ पक्ष में तर्क (Pros):
- GT के स्पिन अटैक को काउंटर करने के लिए अच्छा आइडिया
- सुंदर को आत्मविश्वास देने का प्रयास
- बल्लेबाजी ऑर्डर में लचीलापन दिखाना एक स्मार्ट मूव हो सकता था
❌ विपक्ष में तर्क (Cons):
- टीम ने फॉर्म में चल रहे क्लासेन और त्रिपाठी को पीछे किया
- सुंदर नंबर 6-7 के उपयुक्त बल्लेबाज हैं, टॉप ऑर्डर नहीं
- रन गति में गिरावट, साझेदारी नहीं बन सकी
📊 क्रिकेट एक्सपर्ट्स की राय
आकाश चोपड़ा (क्रिकेट कमेंटेटर):
“SRH ने कुछ अलग ट्राय किया लेकिन IPL में नंबर 4 जैसे अहम स्थान पर प्रयोग थोड़ा रिस्की होता है।”
हरभजन सिंह:
“सुंदर में क्षमता है, लेकिन उन्हें अपनी नैचुरल पोजीशन पर खेलने देना चाहिए। टॉप ऑर्डर पर भेजने से उनका भी नुकसान होता है और टीम का भी।”
📺 सोशल मीडिया रिएक्शन
ट्विटर और इंस्टाग्राम पर SRH फैंस ने इस फैसले को लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया दी:
🔹 “सुंदर अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन क्लासेन को नंबर 4 पर भेजना चाहिए था।”
🔹 “टीम एक्सपेरिमेंट कर रही है, लेकिन इसे बैलेंस के साथ करना चाहिए।”
🔹 “सुंदर को मौके दिए जा रहे हैं, अच्छा है, पर जरूरत के हिसाब से।”
🚀 भविष्य के लिए सबक (What Can SRH Learn?)
- IPL में हर रन मायने रखता है, बल्लेबाजी क्रम की स्थिति बहुत अहम होती है।
- जब अनुभवी खिलाड़ी उपलब्ध हों, तो उन्हें सही समय पर भेजना ज़रूरी होता है।
- एक्सपेरिमेंट ज़रूरी हैं लेकिन हार के बाद उनका मूल्यांकन भी जरूरी है।
🔚 (Conclusion):
SRH ने GT के खिलाफ एक साहसिक फैसला लिया – वॉशिंगटन सुंदर को नंबर 4 पर भेजा।
हालांकि यह दांव नहीं चला, लेकिन यह टीम के लचीले दृष्टिकोण को दिखाता है।
मैच के बाद कोच और कप्तान ने इस पर पूरी पारदर्शिता दिखाई और माना कि यह एक रणनीतिक प्रयोग था।
क्रिकेट में जोखिम लेना जरूरी है, और कभी-कभी ये फैसले लंबे समय में फायदेमंद साबित होते हैं। अब देखना यह है कि अगले मैचों में SRH अपने बैटिंग ऑर्डर में क्या बदलाव करता है।

मेरा नाम ध्यानचंद महतो है, और मैं bestofkhabar.com का फाउंडर और कंटेंट क्रिएटर हूं। मैं हर दिन नई और विश्वसनीय खबरों पर आधारित लेख लिखता हूं। मेरा मकसद है कि मैं लोगों तक सही और भरोसेमंद जानकारी पहुंचा सकूं।