भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों पुराना संघर्ष अब एक नए चरण में प्रवेश कर चुका है – ड्रोन युद्ध (Drone Warfare)। जहां पहले सीमाओं पर गोलीबारी, घुसपैठ, और आतंकवादी हमलों का जवाब पारंपरिक सैन्य रणनीतियों से दिया जाता था, वहीं अब आकाश में उड़ते ड्रोन इस जंग की दिशा तय कर रहे हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहा यह पहला ड्रोन युद्ध न केवल सैन्य तकनीक में बदलाव का संकेत देता है, बल्कि एशिया की भू-राजनीति में भी एक नया मोड़ लेकर आया है।
🔶 ड्रोन युद्ध की पृष्ठभूमि
2016 के सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारत ने अपनी सक्रिय रक्षा नीति को मजबूती से आगे बढ़ाया। पाकिस्तान की ओर से लगातार सीमा पार आतंकवाद और घुसपैठ की घटनाएं होती रही हैं, और भारत ने इनका जवाब सख्ती से दिया है।
अब जब दोनों देशों के पास आधुनिक ड्रोन तकनीक मौजूद है, तो ड्रोन के ज़रिए जासूसी, हथियार पहुंचाना, और टारगेट पर सटीक हमला करना आम हो चला है। इससे जमीनी टकराव के बजाए “उड़ती जंग” का युग शुरू हो गया है।
🔶 भारत-पाकिस्तान ड्रोन युद्ध: ताज़ा घटनाएं
✅ 1. पंजाब बॉर्डर पर पाकिस्तानी ड्रोन मार गिराया गया
भारतीय सुरक्षा बलों ने अमृतसर सेक्टर में पाकिस्तान से आए ड्रोन को मार गिराया, जिसमें हथियार और नकदी थी।
✅ 2. LOC पर भारत का जवाबी ड्रोन अटैक
भारतीय सेना ने POK में स्थित एक आतंकी ठिकाने पर ड्रोन स्ट्राइक किया जिसमें 4 आतंकवादी मारे गए।
✅ 3. BSF और सेना का संयुक्त ड्रोन सर्विलांस ऑपरेशन
पंजाब, जम्मू और राजस्थान सेक्टरों में नियमित ड्रोन सर्विलांस द्वारा कई घुसपैठ के प्रयास विफल किए गए।
✅ 4. पाकिस्तान की FIED Drone तकनीक
पाकिस्तान ने हाल ही में IED से लैस छोटे ड्रोन का उपयोग किया जिससे LOC के पास एक भारतीय सैनिक घायल हुआ।
🔶 ड्रोन युद्ध का बदलता चेहरा
📌 जासूसी से लेकर हमले तक
पहले ड्रोन का उपयोग सिर्फ निगरानी के लिए किया जाता था, लेकिन अब यह एक आक्रामक हथियार बन गया है।
📌 स्वदेशी बनाम विदेशी टेक्नोलॉजी
भारत जहां स्वदेशी ड्रोन तकनीक (जैसे DRDO का रुक्क, GARUDA, और TAPAS) विकसित कर रहा है, वहीं पाकिस्तान तुर्की और चीन से ड्रोन मंगवा रहा है।
📌 स्वचालित लक्ष्यभेदन (Autonomous Targeting)
AI आधारित ड्रोन अब बिना मानव हस्तक्षेप के लक्ष्य पहचान कर सकते हैं। भारत इस दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।
🔶 भारत की रणनीति
✅ ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम
भारत ने सीमा पर ड्रोन डिटेक्शन रडार, RF जैमर और एंटी-ड्रोन गन तैनात कर दिए हैं।
✅ AI आधारित निगरानी प्रणाली
बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) और NTRO ने AI आधारित प्रणाली शुरू की है जो ड्रोन की आवाज, गति और दिशा को पहचान सकती है।
✅ “स्वदेशी ड्रोन निर्माण अभियान”
मेक इन इंडिया के तहत भारत सरकार ने 2025 तक हर सेना डिवीजन के लिए स्थानीय ड्रोन विकसित करने का लक्ष्य रखा है।
🔶 पाकिस्तान की नीति और इरादे
पाकिस्तान ड्रोन तकनीक का उपयोग सीमा पर अस्थिरता पैदा करने, हथियारों की तस्करी और आतंकियों को समर्थन देने के लिए कर रहा है।
- Chinese ड्रोन का इस्तेमाल – पाकिस्तान को चीन से Wing Loong II जैसे सैन्य ड्रोन मिले हैं।
- आतंकी संगठनों को ड्रोन सप्लाई – ISI छोटे ड्रोन से कश्मीर घाटी में हथियार भेजने का प्रयास कर रही है।
- डिनायल पॉलिसी – पकड़े जाने पर पाकिस्तान हमेशा इनकार करता है कि वह ड्रोन भेज रहा है।
🔶 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
भारत-पाकिस्तान के बीच ड्रोन युद्ध पर अमेरिका, फ्रांस और रूस जैसे देशों ने चिंता जताई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ड्रोन युद्ध पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो यह भविष्य में फुल स्केल टेक्नोलॉजिकल वार में बदल सकता है।
🔶 ड्रोन युद्ध के खतरनाक पहलू
- सीमा की अस्पष्टता – ड्रोन आसानी से सीमा पार कर लेते हैं, जिससे युद्ध का कारण बन सकता है।
- नागरिक क्षेत्रों पर हमला – गलती से नागरिक क्षेत्रों में ड्रोन हमले की आशंका रहती है।
- हथियारों की तस्करी – ड्रोन के ज़रिए नशीले पदार्थ, बम और बंदूकें भेजना आसान हो गया है।
🔶 भारत का भविष्य दृष्टिकोण
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह हर प्रकार की घुसपैठ और आतंकवाद का जवाब देगा – अब तकनीक से भी।
✅ ड्रोन सेना इकाई का गठन
भारतीय सेना एक अलग ड्रोन यूनिट बना रही है जो ड्रोन ऑपरेशन को नियंत्रित करेगी।
✅ रक्षा अनुसंधान में निवेश
DRDO और निजी स्टार्टअप्स को फंडिंग देकर नए और स्मार्ट ड्रोन बनाए जा रहे हैं।
✅ वैश्विक सहयोग
इज़राइल, अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों से भारत एंटी-ड्रोन सिस्टम और मारक ड्रोन तकनीक हासिल कर रहा है।
🔶 भारत के प्रमुख ड्रोन
ड्रोन नाम | विशेषता | निर्माता |
---|---|---|
Rustom-II (TAPAS) | Surveillance & Combat | DRDO |
SWITCH Drone | लंबी उड़ान, निगरानी | ideaForge |
Garuda Aerospace | मल्टी-पर्पज | प्राइवेट स्टार्टअप |
Nishant UAV | रेकी और जासूसी | DRDO |

मेरा नाम ध्यानचंद महतो है, और मैं bestofkhabar.com का फाउंडर और कंटेंट क्रिएटर हूं। मैं हर दिन नई और विश्वसनीय खबरों पर आधारित लेख लिखता हूं। मेरा मकसद है कि मैं लोगों तक सही और भरोसेमंद जानकारी पहुंचा सकूं।