भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए खिलाड़ी शुभमन गिल ने एक बार फिर अपने शानदार प्रदर्शन से क्रिकेट जगत में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ हुए मैच में गिल ने अपने वनडे करियर का आठवां शतक जड़ा। उन्होंने यह उपलब्धि सिर्फ 51 पारियों में हासिल की। इस उपलब्धि के साथ ही गिल ने किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे तेज आठ वनडे शतक लगाने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड शिखर धवन के नाम था, जिन्होंने 57 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी।
शुभमन गिल का उदय: प्रारंभिक जीवन और करियर
शुभमन गिल का जन्म 8 सितंबर 1999 को पंजाब के फाजिल्का जिले में हुआ। बचपन से ही क्रिकेट के प्रति उनके प्रेम का स्पष्ट संकेत मौजूद था, और उनके पिता, लखविंदर सिंह, ने इस लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। गिल की प्रतिभा ने उन्हें अंडर-19 विश्व कप 2018 में भारतीय टीम का उप-कप्तान बना दिया, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ का पुरस्कार प्राप्त किया।
अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत
अंडर-19 विश्व कप में सफलता हासिल करने के बाद, शुभमन गिल ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन जारी रखा, जिससे उन्हें भारतीय राष्ट्रीय टीम में जगह मिली। उन्होंने जनवरी 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया। भले ही उन्हें शुरुआती मैचों में खास सफलता नहीं मिली, लेकिन गिल ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से टीम में अपनी जगह पक्की कर ली।
रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन
2025 चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश के खिलाफ़ मैच में भारत का लक्ष्य 229 रनों का लक्ष्य हासिल करना था। इस मुश्किल लक्ष्य को हासिल करते हुए गिल ने धैर्य और आक्रामकता का अद्भुत मिश्रण दिखाया। उन्होंने 125 गेंदों पर 9 चौकों और 2 छक्कों की मदद से नाबाद 101 रन बनाए। इस पारी के दौरान गिल ने लगातार चौथे मैच में 50 रन की सीमा को पार किया, जिससे उनकी निरंतरता और फॉर्म का पता चलता है।
सचिन तेंदुलकर से तुलना
शुभमन गिल की उपलब्धि की तुलना क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर से की जाती है। गिल ने 51 पारियों में आठ शतक बनाए, जबकि तेंदुलकर को यह उपलब्धि हासिल करने के लिए 119 पारियों की ज़रूरत पड़ी। इसलिए गिल ने तेंदुलकर से 68 कम पारियों में यह रिकॉर्ड बनाया। यह सम्मान गिल की असाधारण क्षमता और भविष्य के लिए उनकी संभावनाओं को दर्शाता है।
अन्य प्रमुख बल्लेबाजों से तुलना
गिल की इस उपलब्धि की अन्य भारतीय बल्लेबाजों के साथ तुलना की जा रही है। शिखर धवन ने 57 पारियों में आठ शतक बनाए हैं, जबकि विराट कोहली ने 61 पारियों में यह मुकाम हासिल किया था। इस प्रकार, गिल ने इन दोनों महान खिलाड़ियों की तुलना में कम पारियों में यह सफलता प्राप्त की है, जो उनकी तेजी से उभरती हुई प्रतिभा का संकेत देती है।
टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण योगदान
बांग्लादेश के खिलाफ इस खेल में गिल की पारी ने भारत को 6 विकेट से जीत प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी नाबाद पारी ने टीम को स्थिरता दी, खासकर जब मध्यक्रम में कुछ विकेट तेजी से गिर गए थे। गिल की यह पारी केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि टीम के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण रही।
भविष्य की संभावनाएँ
शुभमन गिल की यह उपलब्धि उनके उज्ज्वल भविष्य की ओर संकेत करती है। उनकी तकनीक, धैर्य और आक्रामकता का समन्वय उन्हें वर्तमान क्रिकेट के प्रमुख बल्लेबाजों में से एक बनाता है। यदि वे इस प्रकार अपने खेल में प्रगति करते रहे, तो निश्चय ही वे भविष्य में और भी कई रिकॉर्ड अपने नाम करेंगे।

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