विश्व युद्धों ने न केवल वैश्विक राजनीति को प्रभावित किया है, बल्कि भारत और पाकिस्तान जैसे दक्षिण एशियाई देशों की रणनीतिक स्थिति और संबंधों पर भी गहरा असर डाला है। भारत और पाकिस्तान दोनों का इतिहास, राजनीतिक संबंध, और वैश्विक गठबंधन विश्व युद्धों के संदर्भ में अलग-अलग दृष्टिकोण पेश करते हैं। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि विश्व युद्धों में भारत और पाकिस्तान का समर्थन किन देशों ने किया, उनका प्रभाव क्या रहा, और वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में ये दोनों देश किस तरह के गठबंधनों में हैं।
1. पहला विश्व युद्ध और भारत-पाकिस्तान का दृष्टिकोण
भारत का पक्ष:
- 1914 में भारत ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा था।
- भारतीय सेना ने ब्रिटिश सेना के समर्थन में कई मोर्चों पर लड़ाई लड़ी।
- लाखों भारतीय सैनिकों ने यूरोप, अफ्रीका, और पश्चिमी एशिया में ब्रिटिश सेना का समर्थन किया।
पाकिस्तान का पक्ष:
- पाकिस्तान 1947 में भारत से अलग हुआ, इसलिए पहले विश्व युद्ध में उसका कोई भाग नहीं था।
2. दूसरा विश्व युद्ध में भारत और पाकिस्तान का समर्थन
भारत का योगदान:
- भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य के पक्ष में युद्ध लड़ा।
- भारतीय सैनिकों ने यूरोप, अफ्रीका, और एशिया के कई युद्ध क्षेत्रों में भाग लिया।
- इस दौरान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम भी जोर पकड़ रहा था, जिसके चलते कई आंदोलनों ने युद्ध के प्रति विरोध जताया।
पाकिस्तान का समर्थन:
- पाकिस्तान का अस्तित्व इस समय नहीं था, लेकिन जो क्षेत्र अब पाकिस्तान है, वह ब्रिटिश भारत का हिस्सा था और उसने भी ब्रिटिश पक्ष का समर्थन किया।
3. स्वतंत्रता के बाद भारत और पाकिस्तान के वैश्विक गठबंधन
भारत:
- भारत ने अपनी स्वतंत्र और गैर-संरेखित विदेश नीति अपनाई।
- भारत ने शीत युद्ध के दौरान न तो अमेरिका का और न ही सोवियत संघ का पूरी तरह समर्थन किया।
- समय के साथ, भारत ने रूस (सोवियत संघ) के साथ गहरा रिश्ता विकसित किया, खासकर रक्षा क्षेत्र में।
- वर्तमान में भारत अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के साथ क्वाड (QUAD) समूह का सदस्य है, जो चीन के बढ़ते प्रभाव को सीमित करने का प्रयास करता है।
पाकिस्तान:
- पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ मजबूत सैन्य और रणनीतिक संबंध बनाए।
- शीत युद्ध के दौरान पाकिस्तान ने अमेरिका और चीन के साथ नजदीकी संबंध बनाए।
- पाकिस्तान चीन का करीबी सहयोगी है, खासकर CPEC (चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा) परियोजना के माध्यम से।
- पाकिस्तान अमेरिकी नेतृत्व वाले कई गठबंधनों में सक्रिय रहा, खासकर अफगानिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ।
4. तीसरे विश्व युद्ध की संभावना और भारत-पाकिस्तान की भूमिका
- वर्तमान वैश्विक तनाव के बीच तीसरे विश्व युद्ध की चर्चा होती रहती है।
- भारत और पाकिस्तान दोनों की भूमिका क्षेत्रीय सुरक्षा और वैश्विक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।
- दोनों देशों के बीच तनाव, खासकर कश्मीर को लेकर, वैश्विक राजनीति में सतर्कता का कारण बनता है।
- भारत का वैश्विक गठबंधन अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ है, जबकि पाकिस्तान का प्रमुख समर्थन चीन और कुछ मुस्लिम देशों से है।
5. भारत-पाकिस्तान विवाद और वैश्विक समर्थन
- कश्मीर विवाद में दोनों देशों को विभिन्न अंतरराष्ट्रीय शक्तियों का अलग-अलग समर्थन मिलता रहा है।
- भारत को अमेरिका, रूस, यूरोपीय संघ और जापान से समर्थन मिलता है।
- पाकिस्तान को चीन, सऊदी अरब, तुर्की जैसे देशों का समर्थन प्राप्त है।
- ये समर्थन सीधे विश्व युद्ध जैसे बड़े संघर्षों के लिए नहीं, बल्कि क्षेत्रीय और रणनीतिक हितों के लिए होता है।

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