भारत के दिल में बसा जम्मू और कश्मीर (J&K) प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। यहाँ के पर्वत, झरने, झीलें, और मनमोहक घाटियाँ पर्यटकों का स्वर्ग हैं।
लेकिन पिछले कई वर्षों में, आतंकवाद, राजनीतिक अस्थिरता और सुरक्षा कारणों से पर्यटन क्षेत्र काफी प्रभावित हुआ है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम विस्तार से जानेंगे:
- जम्मू और कश्मीर के प्रमुख पर्यटन स्थल
- किन क्षेत्रों में पर्यटन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ
- प्रभावित क्षेत्रों के कारण और प्रभाव
- स्थानीय लोगों और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
- सरकार की पहल और सुधार के प्रयास
- भविष्य में पर्यटन को पुनर्जीवित करने की योजनाएँ
1. जम्मू और कश्मीर के प्रमुख पर्यटन स्थल
कश्मीर घाटी के पर्यटन स्थल:
- स्रीनगर: डल झील, नवागाम बाग, मुगल गार्डन
- गुलमर्ग: स्कीइंग, हिल स्टेशन
- पाहलगाम: सफारी, ट्रेकिंग, बेताब वैली
- सनमारग: झरने और घने जंगल
- बटोट: ऐतिहासिक मंदिर और प्राकृतिक सौंदर्य
जम्मू क्षेत्र:
- कच्छवाहा मंदिर
- बैलाकोट
- मंडी
लद्दाख क्षेत्र:
- लेह और आसपास के स्थल, जैसे पांगोंग झील, खतसे पैलेस
2. पर्यटन पर प्रभाव डालने वाले मुख्य कारण
(a) सुरक्षा स्थितियाँ और आतंकवादी हमले
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों की बढ़ती घटनाओं ने पर्यटकों में भय का माहौल बना दिया। विशेषकर पाहलगाम, स्रीनगर और गुलमर्ग जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल प्रभावित हुए।
(b) राजनीतिक अस्थिरता
2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के बाद राजनीतिक माहौल में परिवर्तन ने भी कुछ समय के लिए पर्यटन को प्रभावित किया।
(c) प्राकृतिक आपदाएँ
बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण भी कई पर्यटन स्थल अस्थायी रूप से बंद रहे।
3. पर्यटन प्रभावित क्षेत्र और उनकी वर्तमान स्थिति
(a) स्रीनगर और डल झील
साल 2016 के बाद सुरक्षा कारणों से स्रीनगर में पर्यटक संख्या कम हुई। डल झील पर भी हाउसबोट्स और बोटिंग कम हुई।
(b) पाहलगाम
पिछले कुछ वर्षों में यहाँ आतंकवादी घटनाओं की वजह से पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई। स्थानीय व्यवसायी और होटल संचालक इस वजह से प्रभावित हुए।
(c) गुलमर्ग
हालांकि गुलमर्ग स्कीइंग के लिए लोकप्रिय है, यहाँ की पर्यटन गतिविधि भी अस्थिर राजनीतिक माहौल से प्रभावित हुई।
4. स्थानीय लोगों और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
पर्यटन जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। इससे हजारों लोग रोजगार पाते हैं। पर्यटन क्षेत्र में गिरावट से:
- होटल और रेस्तरां बंद हुए
- ट्रैवल एजेंसीज और गाइड्स प्रभावित हुए
- स्थानीय हस्तशिल्प विक्रेताओं की आमदनी कम हुई
5. सरकार की पहल और सुधार के प्रयास
(a) सुरक्षा उपायों में सुधार
सेना और पुलिस की उपस्थिति बढ़ाई गई, पर्यटन स्थलों पर निगरानी सख्त की गई।
(b) डिजिटल अभियान और प्रचार
“इंडिया फॉर टूरिज्म” जैसे अभियान के तहत जम्मू-कश्मीर की सुंदरता को बढ़ावा दिया गया।
(c) आधारभूत संरचना का विकास
सड़कों, एयरपोर्ट और होटल सुविधाओं में सुधार किया गया।
6. भविष्य की योजनाएँ और संभावनाएँ
- इको-टूरिज्म और एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा
- सांस्कृतिक पर्यटन को प्रोत्साहन
- स्थानीय समुदायों के लिए प्रशिक्षण और रोजगार योजनाएँ
- आतंकवाद के खिलाफ सतत कूटनीतिक और सैन्य प्रयास

मेरा नाम ध्यानचंद महतो है, और मैं bestofkhabar.com का फाउंडर और कंटेंट क्रिएटर हूं। मैं हर दिन नई और विश्वसनीय खबरों पर आधारित लेख लिखता हूं। मेरा मकसद है कि मैं लोगों तक सही और भरोसेमंद जानकारी पहुंचा सकूं।