भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां की 60% से अधिक जनसंख्या प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से खेती पर निर्भर है। आधुनिक खेती में अब पुराने पारंपरिक उपकरणों की जगह ट्रैक्टर, थ्रेशर, पंपसेट, पावर टिलर, हार्वेस्टर जैसे आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग बढ़ गया है। इन यंत्रों के अधिक प्रयोग से इनकी मरम्मत और देखभाल की आवश्यकता भी बढ़ती जा रही है।
कृषि उपकरण मरम्मत व्यवसाय ग्रामीण क्षेत्र में एक ऐसा काम है, जिसकी मांग सालभर बनी रहती है। यह व्यवसाय कम लागत में शुरू होकर खेती-किसानी में उपयोगी सेवा प्रदान करने के साथ-साथ अच्छा मुनाफा भी देता है।
इस ब्लॉग में आप जानेंगे कि कृषि यंत्र मरम्मत का व्यवसाय कैसे शुरू करें, किन-किन यंत्रों की मरम्मत होती है, जरूरी ट्रेनिंग, उपकरण, लागत, लाभ और सरकारी योजनाओं की पूरी जानकारी।
कृषि उपकरण मरम्मत व्यवसाय क्या है?
यह व्यवसाय खेती में प्रयोग होने वाले विभिन्न यंत्रों और मशीनों जैसे ट्रैक्टर, थ्रेशर, रोटावेटर, कल्टीवेटर, पंपसेट, स्प्रे मशीन आदि की मरम्मत और सर्विसिंग से संबंधित है। इसमें शामिल हैं:
- इंजन सर्विसिंग
- ऑयल चेंज
- बेल्ट या चेन रिप्लेसमेंट
- बियरिंग या नट-बोल्ट की मरम्मत
- हाइड्रोलिक सिस्टम की जांच
- डीजल पंप मरम्मत
- इलेक्ट्रिकल/बैटरी मरम्मत
इस व्यवसाय की आवश्यकता क्यों है?
- ✅ ग्रामीण क्षेत्रों में आधुनिक कृषि उपकरणों की बढ़ती संख्या
- ✅ हर मौसम में मशीनरी की जरूरत (बुवाई, सिंचाई, कटाई, थ्रेशिंग)
- ✅ टूट-फूट या खराबी की स्थिति में जल्दी मरम्मत की जरूरत
- ✅ अधिकतर किसान शहर नहीं जा सकते, लोकल रिपेयरिंग सेंटर चाहिए
- ✅ किसानों की समय पर मदद कर आप सामाजिक योगदान भी देते हैं
कहां शुरू करें यह व्यवसाय?
- ग्रामीण या अर्ध-शहरी इलाकों में
- कृषि मंडी, कोऑपरेटिव सोसाइटी, या ट्रैक्टर शोरूम के पास
- गांव के बस स्टैंड या मुख्य चौराहे के नजदीक
- खेतों या सिंचाई क्षेत्रों के पास
इस व्यवसाय में कौन-कौन से यंत्र आते हैं?
- ट्रैक्टर
- पावर टिलर
- रोटावेटर
- थ्रेशर
- हार्वेस्टर
- स्प्रे मशीन (हैंड पंप, बैटरी ऑपरेटेड)
- वाटर पंप/पंपसेट
- बीज ड्रिल मशीन
- कंबाइन हार्वेस्टर
- इलेक्ट्रिक मोटर और बैटरी
कृषि यंत्र मरम्मत व्यवसाय शुरू करने के लिए जरूरी चीजें
🧑🏭 1. ट्रेनिंग और स्किल्स
- किसी आईटीआई या कृषि यंत्र प्रशिक्षण केंद्र से प्रशिक्षण लें
- अगर आप पहले से किसी गैराज या सर्विस सेंटर में काम कर चुके हैं, तो अनुभव को उपयोग में लाएं
- UDYAM पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर ऑनलाइन ट्रेनिंग लें
🔧 2. जरूरी टूल्स और उपकरण
टूल्स का नाम | अनुमानित लागत |
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रिंच सेट, स्पैनर सेट | ₹2,000 – ₹5,000 |
मल्टीमीटर | ₹1,000 – ₹2,000 |
वेल्डिंग मशीन | ₹5,000 – ₹10,000 |
इलेक्ट्रिक ग्राइंडर | ₹2,000 – ₹3,000 |
एयर कंप्रेसर | ₹8,000 – ₹15,000 |
जॉइनिंग मशीन | ₹3,000 – ₹5,000 |
हाइड्रोलिक जैक | ₹3,000 – ₹6,000 |
🏠 3. दुकान या वर्कशॉप
- कम से कम 200–300 स्क्वायर फीट की जगह
- बिजली और पानी की सुविधा
- ट्रैक्टर और थ्रेशर जैसे यंत्रों को अंदर लाने की जगह हो
📦 4. स्पेयर पार्ट्स स्टॉक
- बेल्ट, नट-बोल्ट, वायर, ग्रिस, ग्रीस गन, फ्यूल पाइप, फिल्टर, बेयरिंग आदि
- किसानों को जल्द सेवा देने के लिए स्टॉक रखें
लागत का अनुमान (Investment)
खर्च का नाम | राशि |
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टूल्स और मशीनरी | ₹20,000 – ₹50,000 |
दुकान किराया और मरम्मत | ₹10,000 – ₹25,000 |
ट्रेनिंग शुल्क | ₹5,000 – ₹15,000 |
स्पेयर पार्ट्स स्टॉक | ₹10,000 – ₹25,000 |
कुल अनुमानित लागत | ₹45,000 – ₹1,15,000 |
कमाई की संभावना (Earning Potential)
- छोटी मशीनों की मरम्मत (₹100 – ₹300 प्रति काम)
- ट्रैक्टर या थ्रेशर सर्विसिंग (₹500 – ₹1500 प्रति मशीन)
- स्पेयर पार्ट्स पर 20–40% तक मुनाफा
- सीजन में (बुआई और कटाई) 15–20 ग्राहक प्रतिदिन
- मासिक आमदनी ₹20,000 से ₹80,000 तक संभव
ग्राहकों को आकर्षित करने के तरीके
- ✅ अच्छा और समय पर काम करें
- ✅ बिल और गारंटी दें
- ✅ किसानों को फ्री चेकअप ऑफर करें
- ✅ लोकल मंडी और गांव में प्रचार करें
- ✅ WhatsApp और Facebook से सेवा की जानकारी फैलाएं
- ✅ सरकारी विभाग या को-ऑपरेटिव से संपर्क बनाएं
सरकारी योजनाएं और सहायता
✅ 1. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)
- ₹50,000 से ₹10 लाख तक लोन
- बिना गारंटी
- शिशु/किशोर/तरुण श्रेणियों में आवेदन
✅ 2. कृषि यंत्रीकरण योजना
- कृषि यंत्र खरीद पर 40–80% सब्सिडी
- कृषि यंत्र मरम्मत केंद्र हेतु अनुदान भी संभव
- आवेदन कृषि विभाग या CSC सेंटर के माध्यम से
✅ 3. PMEGP (प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम)
- स्वरोजगार के लिए ₹25 लाख तक लोन
- 15–35% सब्सिडी
- ऑनलाइन kviconline.gov.in पर आवेदन
बिज़नेस को सफल बनाने के टिप्स
- भरोसेमंद सेवा दें
- स्पेयर पार्ट्स की क्वालिटी पर ध्यान दें
- स्थानीय ट्रैक्टर डीलर या सहकारी समिति से जुड़ें
- किसान मेलों में भाग लें
- समय के साथ नई तकनीक सीखते रहें
संभावित जोखिम और समाधान
चुनौती | समाधान |
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नकली पार्ट्स की उपलब्धता | विश्वसनीय सप्लायर से खरीदें |
सीजनल बिजनेस | ऑफ-सीजन में जनरेटर/पंप की मरम्मत करें |
अनुभव की कमी | शुरुआत में अनुभवी मिस्त्री के साथ काम करें |
ट्रांसपोर्ट की समस्या | मोबाइल रिपेयरिंग यूनिट शुरू करें (ऑन-साइट सर्विस) |

मेरा नाम ध्यानचंद महतो है, और मैं bestofkhabar.com का फाउंडर और कंटेंट क्रिएटर हूं। मैं हर दिन नई और विश्वसनीय खबरों पर आधारित लेख लिखता हूं। मेरा मकसद है कि मैं लोगों तक सही और भरोसेमंद जानकारी पहुंचा सकूं।